Sunday, October 30, 2022

देखभाल करना मनुश्य जीवन की महत्वपूर्ण जरुरत

मनुष्य की अनेक आवश्यकताएँ होती हैं, जैसे वायु, भोजन, सुरक्षा, जिस पर उनका अस्तित्व निर्भर करता है। ‘देखभाल’ भी मनुष्य की एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है । देखभाल करना यह दर्शाता है कि दूसरा व्यक्ति मूल्यवान है और इसलिए वे हमारे ध्यान और देखभाल के पात्र हैं । देखभाल  दूसरे के प्रति एक सकारात्मक सोच, भावनाओं का सम्मान, मदद करने की लालसा और गहरी रुचि है। देखभाल करना और देखभाल पाना मनुष्य के डीएनए में है (बेशक, यह कमजोर हो सकता है)। एक प्रसिद्ध अमेरिकी शोधकर्ता क्रिस्टिन नेफ कहते हैं, "स्नेह और एक दूसरे के साथ संबंध महसूस करने की क्षमता हमारी जैविक प्रकृति का हिस्सा है। हमारा दिमाग वास्तव में देखभाल करने के लिए बनाया गया है"।

जाने-माने मनोवैज्ञानिक हैरी हार्लो ने 1950 के दशक में देखभाल और लगाव के विकास की जांच करने वाले पहले लोगों में से एक थे। हार्लो ने नवजात बंदरों के व्यवहार का अध्ययन किया जो अपनी मां से अलग हो गए थे और अकेले पिंजरे में पाले गए थे। सवाल यह था कि क्या बंदर के बच्चे एक नरम, मखमली कपड़े की गुड़िया, जो माँ जैसी दिखती थी, के साथ अधिक समय बिताएंगे — जिसमें कम से कम कुछ हद तक गर्मी और आराम देने की क्षमता थी - या एक निरि, तार-जाली की आकृति, जिसमें दूध की बोतल थी, लेकिन जो आराम प्रदान नहीं करती थी। उत्तर स्पष्ट था। बंदरों के बच्चे कपड़ो की बनी गुड़िया-मम्मियों से ऐसे चिपके रहे जैसे कि उनका जीवन उसी पर निर्भर हो, वे केवल दूध पीने के लिए तार की आकृति के पास जाते और जल्द ही वापस अपनी मखमली-मम्मियों के पास लौट आते । इस खोज के बारे में चौंकाने वाली बात यह है कि कपड़ो की बनी मम्मियों द्वारा दिया जाने वाला भावनात्मक आराम बंदरों में भोजन की तुलना में एक मजबूत प्रेरणा थी । देखभाल उतनी ही शक्तिशाली थी जितनी पोषण की आवश्यकता।            

हमारा अनुभव बताता है कि उपरोक्त प्रयोग से प्राप्त अंतर्दृष्टि मनुष्य के लिए भी सत्य है। जब कोई बच्चा संकट में होता है तो वह देखभाल की तलाश में अपने माता-पिता के पास दौड़ता है। क्या एक बच्चा अपनी माँ के आलिंगन में रोना बंद नहीं करता ? न केवल बच्चे बल्कि वयस्क भी अपने रिश्तों में देखभाल चाहते हैं। देखभाल का अनुभव व्यक्तियों को साहस, आशा और आराम प्रदान करता है, विशेषकर जब वे त्यागा हुआ, निराश और आहतग्रस्त महसूस करते हैं। देखभाल टूटे हुए दिलों और सदमाग्रस्त आत्माओं के लिए मरहम है। जब लोग असुरक्षित और अकेला महसूस करते हैं, तो वे अक्सर हानिकारक चिजों और व्यवहार का सहारा लेते हैं, और कई बार अपना जीवन समाप्त कर लेते हैं। इसलिए बाइबल कहती है, "मनुष्य केवल रोटी से नहीं जीता।" एक दूसरे की देखभाल करना हमारे खून में है; हमारा अस्तित्व इस पर निर्भर करता है। देखभाल के उपहार को विकसित करने और इस महान उपहार में उपलब्ध सकारात्मक ऊर्जा का दोहन करने के लिए हम सबको एक निमंत्रण है, क्योंकि हम एक दसरे की देखभाल करने के लिए बनाए गए हैं।

 

Notes

1.Kristin Neff (2011). Self-Compassion: The Proven Power of Being Kind to Yourself.  

2. Mathew 4:4

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John Baptist OFM Cap.
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